Wednesday, October 16, 2013
गोवा एक अलग नजर से
एक पर्यटन ऐसा भी
कुछ और भी
आप लोगों से दूर रहने का दर्द बराबर सालता रहा । हर बार कुछ नए अनुभव मिलते गए लेकिन जब धनाढ्यों की करतूतें सामने आने लगी, तो बेहद ताजुब्ब होने लगा।
महारष्ट्र के सूदूर इलाके से
बहुत कुछ है अपने पास
मैं कुल एक साल ग्यारह महीने और बारह दिन से आपसे दूर हूँ। बेहद शर्म महसूस करता हूँ कि आखिर दूर कैसे होता गया। लेकिन परिस्थितियाँ बनती गई और मैं दूर होता गया। कुछ तो समयाभाव और कुछ लिखने में आलस कारण बना इस दूरी। लेकिन अब प्रयास रहेगा कि ये दूरी ना रहे। इंडियानाम के जरिए घर आया हूँ, इसलिए आप सबों से क्षमा प्रार्थी हूँ, उम्मीद है कि आप सब इसे मेरी ना समझी मानकर क्षमा करेंगे। कुछ ज्यादा नहीं महज आज कुछ तस्वीरों से ही शुरुआत करते हैं।
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